तीन कहानियाँ जो आपको सफल बना सकती हैं -3 Short Motivational Story Hindi
Short motivational story in Hindi
Short motivational story in Hindi with moral
motivational story in Hindi for depression
कई बार ज़िंदगी में ऐसा होता हैं हम निराश महसूस करते हैं
उस समय पर Motivational story को पढ़ कर फिर से खुद को हौसला दिया जा सकता हैं।
इसलिए यदि आप Demotivate महसूस कर रहे हैं तो हमारी इन 3 Short Motivational Story Hindi को पढ़ कर खुद को फिर से Motivate कर सकते हैं
Hello Friends,आज मैं आप सभी के साथ ऐसी तीन कहानियां Short Motivational Story In Hindi शेयर करने जा रही हूँ जो आपको मोटीवेट तो करेंगी ही बल्कि आपको ज़िन्दगी में आगे बढ़ने का हौसला भी देगी। ये 3 कहानिया Short Motivational Story In Hindi आपके लक्ष्य को पूरा करने के लिए आपकी प्रेरणा बनेगी तो चलो जानते हैं ऐसी 3 कहानियो को।
1. सफलता की कोई उम्र नहीं होती-Short Motivational Story In Hindi
Short Motivational Story In Hindi
सीमा नाम की एक लड़की थी
वो शहर में रहती थी और शहर में उसने पढाई की और नौकरी भी की
शहर में वो अपना परिवार एक लड़के की तरह संभालती थी
फिर एक दिन सीमा की शादी हो गयी जैसे हर लड़की की होती हैं
लेकिन सीमा की शादी किसी छोटे से गांव में हुई
अब सीमा जो की शहर में रहती थी एक छोटे से गांव में आ गयी
गांव का रेहन सेहन शहर के रेहन सेहन से बिलकुल अलग था
लेकिन सीमा ने कभी इस चीज की शिकायत अपने परिवार वालो से नहीं की
और वो गांव में अपना जीवन बिताती रही
लेकिन सीमा के मन में अभी भी एक सवाल था की ये मैं तो नहीं हूँ
मैं तो वो लड़की थी जो पुरे परिवार की जिम्मेदारी उठाती थी
और आज मैं खुद अपने परिवार पर बोझ बनी पड़ी हूँ
सीमा फिर से Independent बनना चाहती थी
वो चाहती थी की वो भी अपने परिवार वालो के लिए कुछ करे
सीमा एक आम लड़की की तरह हाउसवाइफ बन कर अपना जीवन नहीं बिताना चाहती थी
उसके मन में अभी भी सपना था और वो सपना था जीवन में कुछ करने का
लेकिन सीमा को आस पास पड़ोस वाले उसकी सहेलियां सब मना करते रहे की एक लड़की की ज़िन्दगी तो ऐसी ही होती हैं
अब तो तेरी उम्र भी हो गयी हैं बच्चे भी ही गए हैं अब क्यों तू उड़ने के सपने देख रही हैं ?
लेकिन सीमा हमेशा यही कहती की जीवन में सपने को पूरा करने की कोई उम्र नहीं होती
सीमा को कपड़े सिलने का बेहद शौक था और फिर उसने एक दिन खुद की कपड़े सिलने की अपनी दुकान शुरू की
और धीरे धीरे उसकी दुकान को काफी सफलता मिली और जो लोग उसे पहले Demotivate करते थे
आज वो खुद सीमा की काफी तारीफ करने लगे
और इस तरह सीमा ने अपने सपने को पूरा किया।
कहानी से सीख़- Short Motivational Story In Hindi
दोस्तों इस कहानी से हमें ये सीख़ मिलती हैं की अगर आपके हौसले बुलंद हैं तो उन सपनो को पूरा करने की कोई उम्र नहीं होती। जैसे की हमारी इस Motivational Story में लोग सीमा को बोलते रहे की अब तेरी उम्र हो गयी हैं लेकिन सीमा ने खुद को इससे Demotivate नहीं किया चूँकि उसके इरादे बुलंद थे दोस्तों यदि, सपनो को पूरा करने के लिए इरादे बुलंद हो,जूनून हो तो कोई भी नहीं रोक सकता आपको आपके सपनो को पूरा करने से।
मैं उम्मीद करती हूँ की आपको मेरी ये कहानी Short Motivational story in Hindi जरूर पसंद आयी होगी। आप लोग कितना Motivate हुए मेरी इस Story के माध्यम से कृपया मुझे कमेंट के माध्यम से जरूर बताये ।
2. सब्र का फल मीठा होता हैं- Best Inspirational Story In Hindi
Best Inspirational Story
कुछ लोग हमेशा कम ही वक़्त में सफलता पाना चाहते हैं
यह Motivational story ऐसी है
जिसे पढ़कर आप लोगो को सीख़ मिलती हैं
की किसी भी काम में सब्र रखना बेहद जरूरी हैं
तो चलिए इस कहानी Best Inspirational Story को जल्दी से जल्दी शुरू करते हैं।
एक आदमी था जिसका नाम था महेश
महेश को अपना खुद का कुछ बिज़नेस करना था
यह Motivational story ऐसी है
जिसे पढ़कर आप लोगो को सीख़ मिलती हैं
की किसी भी काम में सब्र रखना बेहद जरूरी हैं
तो चलिए इस कहानी Best Inspirational Story को जल्दी से जल्दी शुरू करते हैं।
एक आदमी था जिसका नाम था महेश
महेश को अपना खुद का कुछ बिज़नेस करना था
वो काफी सालो से सोचता रहा की उसे खुद का बिज़नेस करना हैं
और फिर एक दिन उसने हिम्मत कर के अपना बिज़नेस शुरू किया
महेश ने एक छोटी सी दुकान खोली
काफी समय बीत गया लेकिन उसकी दुकान पर ज्यादा ग्राहक नहीं आते थे
महेश के परिवार वाले उसे बोलते की तूने फालतू में पैसा बर्बाद कर दिया दुकान चल तो रही नहीं हैं
आस पड़ोस वाले भी उसका मजाक उड़ाने लगे की बड़ा आया बिज़नेस करने
और महेश ने 4 5 महीनो में ही अपनी दुकान बंद कर दी
एक दिन महेश के पड़ोस में से एक आदमी आया जिसका नाम था रंजन
रंजन के हाथो में मिठाई का डब्बा था और उसने महेश को मिठाई भेंट की
महेश ने पूछा भाई ये मिठाई किसलिए
तो रंजन ने कहा की उसने महेश से Motivate हो कर ही अपनी दुकान खोली थी
और उसकी दुकान को डेड साल हो गए हैं और उसकी दुकान की बेहद तरक्की हुई
और उसने अब एक और दुकान खोल ली हैं इसलिए मैं आपके लिए मिठाई लाया हूँ
चूँकि आपसे प्रेरणा ले कर ही मैंने अपनी दुकान खोली
और फिर उसने महेश से पूछा की आपकी दुकान कैसी चल रही हैं
तो महेश ने उदास चेहरे के साथ रंजन को कहा की उसने तो 4 5 महीनो में ही अपनी दुकान बंद कर दी थी
तो रंजन ने महेश से पूछा की क्यों भाई तो महेश ने जवाब दिया की उसकी दुकान पर ज्यादा ग्राहक नहीं आये
और मुझे मेरे परिवार वालो और आस पड़ोस वालो ने भी Demotivate किया फिर मेने हार के दुकान बंद ही कर दी
तो रंजन ने महेश को समझाया की उसकी दुकान तो 6 7 महीनो तक नहीं चली थी
उसे भी आस पड़ोस और मेरे परिवार वालो ने भी काफी Demotivate किया की लेकिन उसने हार नहीं मानी
और देखो आज मेरी दुकान चल पड़ी और वे लोग जो मुझे उस समय Demotivate कर रहे थे
आज वे लोग मेरी तारीफ करते हैं
ये सब सुन कर महेश ने अपने फैसले पर काफी अफ़सोस किया
की अगर वो भी उस समय हिम्मत नहीं हारता
थोड़ा सब्र रखता हौसला रखता तो आज उसकी दुकान भी रंजन की तरह चल रही होती
लेकिन महेश आज बस फिर अपने उस फैसले पर अफ़सोस करता ही रह गया।
कहानी से सीख़- Short Motivational Story In Hindi
दोस्तों हमारी ज़िंदगी में हमारे साथ भी यही होता हैं की हम कोई कार्य शुरू तो कर देते हैं
लेकिन हम उसकी चुनौतियों परेशानियों से घबरा जाते हैं।
लोग हमारा हौसला तोड़ने की कोशिश करते हैं हमें Demotivate करते हैं और हम Demotivate हो भी जाते हैं
हम सब चाहते हैं की बस कम ही समय में हमें सफलता मिल जाये।
लेकिन किसी भी कार्य में सब्र तो रखनी ही पड़ती हैं कहते हैं न सब्र का फल मीठा होता हैं
तो इस कहानी में भी जिसने सब्र किया उसे सफलता मिली और जिसने सब्र नहीं किया वो सिर्फ अफ़सोस करता ही रह गया।
3.खुद को कभी कमजोर न समझे- Short inspiration story in Hindi
Short inspiration story in Hindi
कुछ लोग अपने आप को कमजोर समझ लेते हैं
और ये मान लेते हैं की वे कमजोर हैं
वे ज़िन्दगी में कुछ नहीं कर सकते
तो आज की ये motivational Story
खुद को कभी कमजोर न समझे ये बताएगी
तो चलिए शुरू करते हैं
और ये मान लेते हैं की वे कमजोर हैं
वे ज़िन्दगी में कुछ नहीं कर सकते
तो आज की ये motivational Story
खुद को कभी कमजोर न समझे ये बताएगी
तो चलिए शुरू करते हैं
एक 8 साल का बच्चा था जिसका नाम था सूरज
सूरज पढाई में काफी कमजोर था
वो तीसरी कक्षा में 2 बार फ़ैल हो चूका था
उसके पिता सूरज को काफी डांटते की उसका पढाई में ध्यान नहीं हैं
उसके परिवार वाले भी उसके पढाई में कमजोर होने के कारण काफी परेशान थे
सूरज के परिवार वालो को लगता था की सूरज का पढाई में ध्यान ही नहीं हैं
इसलिए सूरज के परिवार वालो ने उसे एक हॉस्टल में भेज दिया ताकि वो पढाई में ध्यान लगा सके
सूरज बहुत रोया की वो पढाई में कमजोर हैं इसलिए उसके घर वालो ने उसे खुद से दूर कर दिया
हॉस्टल में भी उसे स्कूल की तरह डांट सुनने को मिलती
उसे क्लास में सजा मिलती और इस तरह सूरज पूरी तरह हिम्मत हार गया
वो खुद को कोसने लगा की वो क्यों और बच्चो की तरह नहीं है
एक दिन हॉस्टल में एक नए टीचर आये उसने सूरज की जब नोटबुक देखी
पूरी नोटबुक में सिर्फ लाल गोलों की सिवाए कुछ नहीं था
उन टीचर ने सूरज की कमजोरी समझने की कोशिश की
की सूरज को आखिर दिक्कत क्या हैं
और फिर टीचर को समझ आया की सूरज अक्षरों को सही से समझ नहीं पता हैं
और फिर उन टीचर ने सूरज को अलग से प्रतिदिन 4 5 घंटे समय दिया
और सूरज पर ध्यान दिया उसकी कमजोरी पर काम किया
और सूरज अब बाकि बच्चो की तरह पढ़ लिख सकता था
सूरज कला में काफी तेज था सूरज को काफी अच्छी ड्रॉइंग्स,पेंटिंग्स आती थी
एक दिन हॉस्टल में कला प्रतियोगिता हुई और उस प्रतिगोयिता में सभी बच्चो ने हिस्सा लिया
और उस कला प्रतियोगिता में सूरज जीत गया
जब सूरज को स्टेज पर पुरस्कार देने के लिए बुलाया गया
सूरज की आँखों से आंसू बह रहे थे
वह पुरस्कार ले कर अपने टीचर के गले से लग कर रोने लगा
की वो आज तक खुद को कोसता था
खुद को कमजोर समझत्ता था
ये समझता था की वो किसी काम का नहीं हैं
और आज मेरे हाथ में ये पुरस्कार हैं
तब टीचर ने सूरज के आंसू पोंछ कर कहा की बेटा ज़िन्दगी में कभी भी खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए।
जिस दिन हम खुद को कमजोर समझ लेते हैं हम खुद से हार जाते हैं
तुम कमजोर नहीं हो बस हर किसी का अपना अपना हुनर होता हैं
जैसे देखो आज तुमने ये कला प्रतियोगिता जीती चूँकि तुम्हारा हुनर इसमें हैं
बस अपने हुनर को पहचानो और अपने आप को कभी कमजोर न समझो
और ये सब सुन कर सूरज ने अपने टीचर के पैर छुए और वादा किया की वो अब कभी खुद को कमजोर नहीं समझेगा।
कहानी से सीख़-Short inspiration story in Hindi
दोस्तों हमें इस कहानी से ये सीख़ मिलती हैं की कभी खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए।कई बार जिसे हम कमजोर समझते हैं। वो ज़िन्दगी में इतिहास रच जाते हैं जैसे की Albert Einstein उन्हें भी काफी लोगो ने बेवकूफ कमजोर समझा था और देखो आज हम सब जानते हैं की उनका नाम इतिहास के पन्नो पर छपा हुआ हैं।
मैं उम्मीद करती हूँ की आपको मेरी ये सारी तीन कहानियाँ Short Motivational story in Hindi जरूर पसंद आयी होगी। आप लोग कितना Motivate हुए मेरी इन Story के माध्यम से कृपया मुझे कमेंट के माध्यम से जरूर बताये । आपके किसी भी प्रश्न या सुझाव का मैं स्वागत करती हूँ।
आप सभी हमेशा स्वस्थ रहे यही "Depression जानकारी" की कामना हैं।
धन्यवाद।
4 Comments
Good job 👍🏼
ReplyDeleteI like your motivational story a lot
ReplyDeleteBahoot a66a laga vai. Maine aur bhi dekha jaise Depression Motivational story in Hindi aur Motivational story in Hindi for student
ReplyDeleteThere are many blogs I have read. But when I read Your Blogs I have found such useful information, fresh content with such amazing editing everything is superb in your blog. Thank you so much for sharing this useful and informative information with us.
ReplyDeletemedicine home delivery in kota
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